कब से यह नियम लागू हुआ माना जाएगा:-
केंद्रीय मंत्रिमंडल में शुक्रवार को सरकारी कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते में 2% की वृद्धि को मंजूरी दी है। इस संशोधन के साथ द 53% से बढ़कर 55% हो जाएगा। यह 1 जनवरी 2025 से ही लागू हुआ माना जाएगा।
DA की घोषणा में देरी हुई। इसलिए अप्रैल के वेतन में पिछले 3 महीना जनवरी-फरवरी मार्च 2025 के एरियर के साथ बढ़ा हुआ DA भी शामिल होगा।
आप इसे कैसे समझ सकते हैं:-
मान लीजिए आपकी बेसिक सैलरी हर महीने ₹50000 है। तो इसके ऊपर ₹1000 का फायदा आपको मिलेगा। पहले आपकी बेसिक सैलरी 50000 हुआ करती थी तथा DA 53% था ।तो DA की कुल राशि 26500 हो जाती है। जिससे कुल वेतन 50000 +26500 जिससे कुल वेतन 76500 प्रति महीने बनता था।
लेकिन अब नए DA के अनुसार आपका ही मूल वेतन ₹50000 है तथा DA 55% है ।तो DA की कुल राशि 27500 प्रति महीने होगी जिससे आपका कुल वेतन 50000 + 27500 इसका मतलब आपका कुल वेतन 77500 प्रति महीने होगा।
नए DA के अनुसार आपको प्रति माह हजार रुपए का फायदा होगा।
क्यों दिया जाता है DA:-
महंगाई बढ़ने के बावजूद सरकारी कर्मचारी और पेंशन धारकों के जीवन स्तर को बनाए रखने के लिए महंगाई भत्ता यानी DA दिया जाता है। DA की दर ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AICPI) के आधार पर तय होती है। और यह हर 6 महीने में अपडेट होती है।
AICPI क्या है:-
भारत में दो तरह की महंगाई होती है।एक रिटेल यानी खुदरा और दूसरी थोक महंगाई। रिटेल महंगाई दर आम ग्राहकों की तरफ से दी जाने वाली कीमतों पर आधारित होती है। इसको कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) भी कहते हैं।
सरकार पर इसका कितना खर्च बढ़ेगा:-
बड़े हुए DA पर सरकार का 6614 करोड रुपए अतिरिक्त खर्च होंगे।
जिसमें प्रति माह सैलरी पाने वालों पर 3622 करोड रुपए। तथा पेंशन धारकों पर 2992 करोड रुपए अतिरिक्त खर्च होंगे। कुल 1.15 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशन भोगियों को इसका फायदा मिलेगा।
केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया ऐलान:-
कब सरकार ने रोक दिया था महंगाई भत्ता:-
इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक कोविड-19 महामारी के समय सरकार ने सभी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में रोक लगा दी थी। सरकार ने जनवरी 2020 से जून 2021 तक 18 महीना तक केंद्रीय कर्मचारियों को कोई भी महंगाई भत्ता नहीं दिया था।
वही कर्मचारी बहुत समय से इस समय के एरियर की मांग कर रहे हैं ।सरकार हर साल में दो बार महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी करती है। यह बढ़ोतरी एक बार जनवरी से जून के लिए और दूसरी बार जुलाई से दिसंबर के लिए की जाती है।